SMS Ka Full Form | SMS का फुल फॉर्म इन हिंदी

SMS Ka Full Form:- हेलो! तो कैसे हैं आप लोग? आशा करता हूं आप सब लोग स्वस्थ होंगे और अपनी जिंदगी का आनंद ले रहे होंगे। दोस्तों आज हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आए हैं एक बहुत खास आर्टिकल SMS Ka Full Form , SMS का फुल फॉर्म इन हिंदी। अगर देखा जाए तो यह बहुत मामूली सा शब्द है लेकिन अपने आप में एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। कुछ चीजें बहुत छोटी होती हैं लेकिन उनके मतलब बहुत ही बड़े बड़े होते हैं जो सामान्य बोलचाल की भाषा में थोड़ा असहज महसूस होते हैं।

हम बात करने जा रहे हैं SMS Ka Full Form की। दोस्तों मोबाइल आजकल सभी लोग यूज़ करते हैं और SMS भी सभी लोग करना जानते हैं। परंतु अभी भी हमारे बीच बहुत ऐसे लोग हैं जिन्हें एस एम एस (SMS) का पूरा नाम नहीं पता है। तो ऐसे लोगों के लिए हमारा आज का आर्टिकल बहुत ही खास होने जा रहा है। तो बिना कोई देर किए हमारा आर्टिकल पढ़ते रहिए।

आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि SMS Ka Full Form क्या होता है। SMS की शुरुआत कैसे हुई  और SMS नें  कैसे डिजिटल वर्ल्ड (Digital world) में अपनी जगह बनाई? तो इन्हीं सब बातों को हम स्टेप by स्टेप अपने आर्टिकल में बताते जाएंगे। आपसे उम्मीद है दोस्तों की आप इसका भरपूर आनंद ले रहे होंगे।अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आता है तो आप इसको अपने दोस्तों में शेयर भी कर सकते हैं जिससे कि उन्हें भी एक अच्छी जानकारी प्राप्त हो सके।

SMS किसे कहते हैं? – What is called SMS

दोस्तों SMS एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा हम किसी को संदेश भेजते हैं। SMS के द्वारा अपने फोन का इस्तेमाल करके हम अपनी बात दूसरे व्यक्ति तक पहुंचा सकते हैं। यह एक प्रकार के शार्ट मैसेज होते हैं जो स्पष्ट संदेश के लिए ही इस्तेमाल किए जाते हैं। इस प्रक्रिया के द्वारा हम कुछ सीमित शब्द ही संदेश के रूप में भेज सकते हैं। इससे लगभग हम 160 शब्दों का संदेश भेजने में समर्थ होते हैं। मोबाइल नेटवर्क द्वारा संदेश भेजने का कुछ चार्ज काट लिया जाता है और हमारा संदेश प्राप्तकर्ता के पास पहुंच जाता है।

SMS का इतिहास एवं SMS Ka Full Form (  History of SMS and Its Full form )

SMS क्या है, यह जानने के बाद अब दोस्तों आइए हम बात कर लेते हैं कि इसका इतिहास क्या है और यह शब्द SMS Ka Full Form क्या है? दोस्तों हम आपको बताते हैं कि इसका full form होता है – Short Message Service. इसके सुझाव की शुरुआत सन 1984 में एक फ्रांस-जर्मन की कंपनी FRANCO-GERMAN GSM CORPORATION ने किया था। इसके वैज्ञानिकों का नाम Friedhelm Hillebrand और Bernard Ghillebaert था।आइए हम आपको एक खास बात और बताते हैं कि सबसे पहला टेक्स्ट मैसेज 1992 में Neil Papworth के द्वारा गया गया था।

SMS किस प्रकार भेजा जाता है? – How SMS is send 

वैसे तो यह बात आप सभी लोगों को पता ही होगी क्योंकि आजकल शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो ऐसे ऐसे मत भेजना ना तो फिर भी इससे संबंधित हम आपको थोड़ी बहुत जानकारी यहां पर साझा कर रहे हैं। SMS भेजने के लिए आपको एक फोन चाहिए और जिसमें टेलीकॉम नेटवर्क (signals) आ रहा हो।जो व्यक्ति है समझ भेजता है उसको सेंडर (प्रेषक) कहते हैं और जिस व्यक्ति के पास मैसेज पहुंचता है उसको रिसीवर (प्राप्तकर्ता) कहते हैं।

अपने फोन के मैसेज में जाकर आप मैसेज को टाइप करके अपनी इच्छा अनुसार किसी भी व्यक्ति को भेज सकते हैं। कुछ ही पलों में वो मैसेज रिसीवर को प्राप्त हो जाएगा। परंतु आपके नेटवर्क प्रोवाइडर सिम में उचित बैलेंस होना चाहिए अन्यथा आप SMS नहीं भेज पाएंगे। आशा करते हैं आप को आज का आर्टिकल पसंद आ रहा होगा।

SMS कैसे काम करता है? – How Does SMS Work

अब बात कर लेते हैं कि SMS कैसे काम करता है। SMS भेजने का पूरा काम नेटवर्क पर निर्भर करता है। हम जिस भी नेटवर्क प्रोवाइडर का सिम इस्तेमाल करते हैं, उनका एक cell phone टावर या कंट्रोल चैनल होता है जो हमारे फोन से कनेक्ट रहता है। यह control tower हमारे सिग्नल को सेंड और रिसीव करते हैं। जब हम किसी व्यक्ति को कोई मैसेज भेजते हैं तो यह सबसे पहले सबसे पास के टॉवर को जाता है और वहां से यह SMS सेंटर को पहुंच जाता है। SMS सेंटर पर मैसेज पहुंचने के बाद msg आपके रिसीवर के नजदीकी टावर पर जाता है और उसके बाद रिसीवर को अपने फोन में प्राप्त हो जाता है।

SMS और MMS किसे कहते हैं? – What are SMS and MMS

जिस प्रकार SMS Ka Full Form-Short Message Service है। उसी प्रकार एवं MMS Ka Full Form – Multimedia Message Service होता है। MMS, थोड़ा सा तकनीकी रूप में एडवांस होता है, अर्थात इसमें आप टेक्स्ट मैसेज के साथ-साथ कोई भी पिक्चर, वीडियो या कोई भी ऑडियो कंटेंट दूसरे डिवाइस में भेज सकते हैं। ज्यादातर सभी नए phones मैं यह सुविधा पाई जाती है। मल्टीमीडिया मैसेज सर्विस को भेजने के लिए नेटवर्क प्रोवाइडर अलग-अलग चार्ज रखते हैं।

SMS, ऑनलाइन चैटिंग से कैसे अलग है? – How does SMS be different from online chatting

दोस्तों ऑनलाइन चैटिंग दो यूजर्स के बीच में डायरेक्ट संबंध स्थापित होने से कार्यरत होती है, अर्थात इसमें नेटवर्क प्रोवाइडर का कोई ज्यादा रोल नहीं रहता है लेकिन text मैसेज अर्थात SMS भेजने के लिए हमें नेटवर्क प्रोवाइडर की जरूरत पड़ती है जो कि हमारी सिम की कंपनी होती है। ऑनलाइन चैटिंग real time नेटवर्क पर कार्य करता है। इसमें बिना वक्त के दूसरे व्यक्ति के पास हमारा संदेश पहुंच जाता है।

SMS के फायदे – Advantage of SMS

  • दोस्तों SMS की सबसे खास बात यह है कि इसको भेजने के लिए हमें इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होती है और बिना इंटरनेट के ही हमारे संदेश को दूसरे व्यक्ति के फोन में पहुंचा देता है। जैसे कि आजकल व्हाट्सएप, फेसबुक पर जो मैसेज चलते हैं वह बिना इंटरनेट के काम नहीं करते हैं। तो टेक्स्ट मैसेज(SMS) ऐसे में बहुत अच्छा विकल्प साबित होता है।
  • एक और खास बात इसकी यह है कि जब हम सामने वाले को मैसेज भेजते हैं और वह नेटवर्क एरिया से बाहर होता है। तब भी यह मैसेज, उसके नेटवर्क एरिया में आते ही इसको प्राप्त हो जाता है। अर्थात जब भी वह यूज़र नेटवर्क में होगा तो उसको आपके द्वारा भेजे गए SMS की सूचना प्राप्त हो जाएगी। परंतु अगर कॉल लगाने के मामले में देखा जाए, तो जब तक दूसरा व्यक्ति नेटवर्क एरिया में नहीं होगा तब तक हमारा कॉल उससे कनेक्ट नहीं हो पाएगा। अतः इस मामले में फिर SMS ही एक विकल्प रह जाता है।

SMS के नुक्सान – Disadvantage of SMS

  • दोस्तों अगर देखा जाए यदि किसी चीज का कोई फायदा होता है तो उसका कोई ना कोई नुकसान भी होते है। हालांकि यहां कोई ज्यादा बड़ा नुकसान होने वाला नहीं है। सबसे पहली बात तो यही है कि हम इसमें कुछ सीमित शब्दों का संदेश है अपने किसी व्यक्ति को भेज सकते हैं अर्थात हमें यहां शार्ट मैसेज भेजने का ही विकल्प मिलता है। अगर आप कुछ बड़ा मैसेज टाइप करेंगे तो 160 शब्दों के बाद वह दूसरे मैसेज में गिना जाने लगेगा अर्थात आप एक मैसेज में केवल 160 शब्द ही भेज सकते हैं।
  • कभी-कभी SMS पहुंचने में थोड़ा विलंब हो जाता है। क्योंकि यह नेटवर्क प्रोवाइडर की स्पीड पर डिपेंड करता है। इसलिए कभी-कभी इसका प्रयोग करना थोड़ा गंभीर भी लगता है। इसलिए लोग एसएमएस को कम प्राथमिकता देते हैं।
  • टेक्स्ट मैसेज मैसेज भेजने के लिए हमें अधिक चार्ज देना होता है। हालांकि अभी वर्तमान में चल रहे इंटरनेट और रिचार्ज पैक में हमें 100 या इससे अधिक SMS प्रतिदिन फ्री मिलते हैं। परंतु पिछले दिनों में जब monthly and Daily unlimited रिचार्ज उपलब्ध नहीं थे तब हमें प्रति SMS 1 रू से ₹3 तक का चार्ज देना पड़ता था।

Sim ka full form | सिम का फुल फॉर्म इन हिंदी

SMS से संबंधित कुछ रोचक तथ्य। – Some Interesting fact about SMS

  • जब SMS की शुरुआत हुई थी तब लोग केवल एक नेटवर्क प्रोवाइडर पर ही SMS कर सकते थे। अर्थात अगर आप एयरटेल यूज़ कर रहे हैं तो आप सिर्फ एयरटेल के यूजर को ही एस एम एस भेज सकते हैं या अगर आप वोडाफोन यूज कर रहे हैं तो आप फिर वोडाफोन के उपयोगकर्ता को ही कोई मैसेज भेज सकते हैं। परंतु बाद में 1999 में यह नियम बदल गया तब से आप एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में आसानी से अपना मैसेज भेज सकते हैं।
  • एक और रोचक बात की SMS का इस्तेमाल मोबाइल मार्केटिंग में बहुत ही अच्छी तरीके से किया गया था। 2014 की एक रिपोर्ट के अनुसार इसका बिजनेस 100 बिलियन से भी अधिक था।

SMS से संबंधित कुछ प्रश्न – Some Frequently Asked Questions about SMS

प्रश्न – SMS ka full form क्या है?

उत्तरSMS ka full form Short message service है।

प्रश्न – दुनिया का पहला मैसेज किसे और कब भेजा गया?

उत्तर दुनिया का सबसे पहला मैसेज 3 दिसंबर 1992 को Sema ग्रुप के Neil Papworth के द्वारा Richard Jarvis को भेजा गया।

प्रश्न – सबसे पहला SMS क्या था?

उत्तर सबसे पहला संदेश था “Merry Christmas”

गोविन्द आर्या

Hello friends my name is Govind Arya and I am a student of polytechnic (Information Technology) and I am very fond of writing so I give Hindi content for someone's website. And give information about internet and government scheme.
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